School Timing Change 2025:  सुबह 7 बजे से 12:30 बजे तक, जानिए क्यों ये बदलाव आपके बच्चे के लिए है खास

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गर्मी के बढ़ते प्रकोप के कारण स्कूलों के समय में बदलाव करना एक महत्वपूर्ण कदम है। खासकर नर्सरी से 8वीं तक के छात्रों के लिए, जो गर्मी की तेज धूप और लू से अधिक प्रभावित होते हैं, स्कूलों के समय को सुबह जल्दी शुरू कर दोपहर जल्दी खत्म करना बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए जरूरी हो गया है।

इस बदलाव से बच्चे दिन के सबसे गर्म समय में घर पर रह सकेंगे और उनकी पढ़ाई भी बेहतर तरीके से हो सकेगी। उत्तर प्रदेश के कई जिलों जैसे आगरा, अमेठी, प्रतापगढ़ में इस बदलाव को लागू किया गया है ताकि बच्चों को भीषण गर्मी से बचाया जा सके।

इस लेख में हम स्कूल समय परिवर्तन के बारे में विस्तार से जानेंगे, इसके कारण, नए समय की जानकारी, विभिन्न राज्यों में लागू बदलाव और बच्चों के लिए गर्मी से बचाव के सुझाव भी साझा करेंगे। साथ ही, इस बदलाव की वास्तविकता और प्रशासन द्वारा जारी किए गए आदेशों पर भी चर्चा करेंगे।

School Timing Change 2025

भारत में गर्मी के मौसम में तापमान में तेजी से वृद्धि होती है, जिससे बच्चों का स्कूल जाना मुश्किल हो जाता है। विशेषकर मार्च से मई के बीच हीट वेव यानी भीषण गर्मी का प्रकोप बढ़ जाता है। इस स्थिति को देखते हुए कई राज्यों ने स्कूलों के समय में बदलाव किया है। उत्तर प्रदेश के आगरा, अमेठी, प्रतापगढ़ जैसे जिलों में नर्सरी से 8वीं तक के स्कूलों का समय सुबह जल्दी शुरू कर दोपहर जल्दी समाप्त करने का आदेश दिया गया है।

स्कूल टाइमिंग चेंज का सारांश

जिला/राज्यनया स्कूल समयकक्षा स्तरकारणआदेश जारीकर्तालागू होने की तिथिनोट्स
आगरा (उत्तर प्रदेश)सुबह 7 बजे से दोपहर 12:30 बजेनर्सरी से 8वीं तकभीषण गर्मी से बचावजिला बेसिक शिक्षा अधिकारी22 अप्रैल 2025 सेअगले आदेश तक लागू
अमेठी (उत्तर प्रदेश)सुबह 7:30 बजे से दोपहर 12:30 बजेनर्सरी से 8वीं तकगर्मी के कारणडीएम संजय चौहानअप्रैल 2025 सेबच्चों की सुरक्षा हेतु
प्रतापगढ़ (उत्तर प्रदेश)सुबह 7:30 बजे से दोपहर 12:30 बजेनर्सरी से 8वीं तकगर्मी से बचावडीएम शिव सहाय अवस्थीअप्रैल 2025 सेआउटडोर गतिविधि बंद करने के निर्देश
छत्तीसगढ़सुबह 7 बजे से 11 बजेसभी कक्षाएंगर्मी से सुरक्षाजिला शिक्षा अधिकारी1 अप्रैल से 30 अप्रैल 2025दो पालियों में स्कूल संचालन
महाराष्ट्रसुबह 7 बजे से 11:15 बजेसभी कक्षाएंहीट वेव के कारणराज्य शिक्षा विभागमार्च 2025 सेबच्चों को हाइड्रेटेड रखने पर जोर
ओडिशासुबह की कक्षाएं शुरूसभी कक्षाएंगर्मी के कारणराज्य सरकार2 अप्रैल 2025 सेआंगनवाड़ी केंद्र भी सुबह संचालित

बदलाव के कारण

  • हीट वेव और भीषण गर्मी: मार्च से मई के बीच तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच जाता है, जिससे बच्चों को गर्मी लगना, डिहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
  • बच्चों की सुरक्षा: गर्मी के दौरान दोपहर के समय स्कूल जाना बच्चों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है।
  • पढ़ाई में सुधार: सुबह ठंडे मौसम में पढ़ाई करने से बच्चों का ध्यान बेहतर रहता है।
  • सरकारी आदेश: राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और बेसिक शिक्षा विभाग के निर्देशों के अनुसार स्कूल समय में बदलाव किया गया है।

नए स्कूल समय के फायदे

  • बच्चों को गर्मी से बचाव मिलता है।
  • स्कूल का समय कम होने से बच्चों की थकान कम होती है।
  • अभिभावकों को बच्चों को स्कूल भेजने में सुविधा होती है।
  • स्कूलों में आउटडोर शारीरिक गतिविधियों को सीमित करने से बच्चों की सेहत सुरक्षित रहती है।

गर्मी से बचाव के सुझाव

  • बच्चों को पर्याप्त पानी पिलाएं और हाइड्रेटेड रखें।
  • हल्के और सूती कपड़े पहनाएं।
  • धूप में जाने से बचाएं, खासकर दोपहर के समय।
  • स्कूल में छाया या कूलर वाले स्थानों का उपयोग करें।
  • बच्चों को गर्मी में थकान या चक्कर आने पर तुरंत आराम दें।

Disclaimer

यह जानकारी विभिन्न सरकारी आदेशों और समाचार रिपोर्टों पर आधारित है। स्कूल टाइमिंग में बदलाव का उद्देश्य बच्चों को भीषण गर्मी से बचाना है। यह बदलाव विभिन्न जिलों और राज्यों में अलग-अलग लागू हो सकता है और समय-समय पर प्रशासन द्वारा संशोधित किया जा सकता है। इसलिए अभिभावकों और छात्रों को अपने स्थानीय शिक्षा विभाग या स्कूल से नवीनतम जानकारी लेना आवश्यक है।

यह बदलाव बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए किया गया है, जो कि वर्तमान गर्मी की स्थिति में एक सकारात्मक कदम माना जाता है।

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