भारत में हर दिन लाखों लोग नेशनल हाईवे और एक्सप्रेसवे पर सफर करते हैं। सफर के दौरान सबसे बड़ी परेशानी होती है टोल प्लाजा पर लंबी कतारें और बार-बार टोल टैक्स का भुगतान। कई बार नेटवर्क फेल होने या FASTag में बैलेंस की कमी से भी यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
इसी को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार और NHAI लगातार टोल वसूली की प्रक्रिया को आसान और पारदर्शी बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। हाल ही में NHAI ने टोल टैक्स से जुड़े कुछ नए नियमों और प्रस्तावों पर नोटिफिकेशन जारी किया है, जिससे यात्रियों को बड़ी राहत मिल सकती है।
2025 में टोल टैक्स की दरों में बढ़ोतरी जरूर हुई है, लेकिन सरकार और NHAI का फोकस अब समय की बचत, डिजिटल ट्रैकिंग और पारदर्शिता पर है। नई नीति के तहत टोल प्लाजा पर यात्रियों को अनावश्यक देरी से बचाने के लिए कई बड़े बदलाव प्रस्तावित किए गए हैं।
इनमें सबसे खास है – एक निश्चित समय (सेकेंड) से ज्यादा इंतजार करने पर टोल टैक्स न देना पड़े, या फिर एकमुश्त भुगतान कर सालभर टोल फ्री सफर की सुविधा। आइए जानते हैं, टोल टैक्स से जुड़े इन नए नियमों और सुविधाओं के बारे में विस्तार से।
Toll Tax Policy 2025
विशेषता | विवरण |
लागू करने वाली संस्था | NHAI (नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) |
नया प्रस्ताव | तय सेकेंड (जैसे 10 सेकेंड) से ज्यादा इंतजार पर टोल टैक्स माफ |
सालाना टोल पास | ₹3000 में पूरे साल देशभर के टोल पर फ्री यात्रा |
लाइफटाइम टोल पास | ₹30,000 में 15 साल तक फ्री यात्रा |
नई टोल दरें लागू | 1 अप्रैल 2025 से |
टोल टैक्स में वृद्धि | कार/जीप पर ₹5-10, भारी वाहनों पर ₹20-25 प्रति ट्रिप |
FASTag अनिवार्यता | सभी वाहनों के लिए जरूरी |
डिजिटल ट्रैकिंग | सभी टोल पर डिजिटल सिस्टम लागू |
टोल फ्री छूट (विशेष अवसर) | कुंभ मेला जैसे आयोजनों में अस्थायी छूट |
उद्देश्य | समय की बचत, पारदर्शिता, सुविधा |
Toll Tax : टोल टैक्स में क्या बदलाव हुए हैं?
- 1 अप्रैल 2025 से टोल टैक्स की दरों में वृद्धि की गई है।
- लखनऊ-कानपुर, अयोध्या, रायबरेली, बाराबंकी जैसे मार्गों पर कारों के लिए टोल में ₹5-10 की बढ़ोतरी हुई है, जबकि भारी वाहनों पर ₹20-25 की बढ़ोतरी की गई है।
- दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे, NH-9, दिल्ली-जयपुर हाईवे सहित कई रूट्स पर नई दरें लागू हैं।
- FASTag के बिना यात्रा करना मुश्किल हो गया है, क्योंकि सभी टोल प्लाजा पर डिजिटल भुगतान अनिवार्य है।
Toll Tax : नए नियम और यात्रियों को राहत
1. सेकेंड लिमिट के बाद टोल टैक्स माफ
- सरकार का उद्देश्य है कि कोई भी वाहन टोल प्लाजा पर 10 सेकेंड से ज्यादा कतार में न रुके।
- अगर कोई वाहन तय समय से ज्यादा लाइन में खड़ा रहता है, तो उसे टोल टैक्स न देने की सुविधा मिल सकती है।
- इससे यात्रियों का समय बचेगा और ट्रैफिक जाम की समस्या भी कम होगी।
2. सालाना और लाइफटाइम टोल पास
- NHAI ने प्रस्ताव रखा है कि कोई भी वाहन मालिक ₹3000 का एकमुश्त भुगतान कर सालभर देशभर के टोल प्लाजा पर फ्री यात्रा कर सकता है।
- 15 साल के लिए लाइफटाइम पास की सुविधा भी दी जा सकती है, जिसकी फीस ₹30,000 होगी।
- इससे बार-बार टोल टैक्स देने की झंझट खत्म होगी और सफर आसान हो जाएगा।
3. डिजिटल ट्रैकिंग और पारदर्शिता
- सभी टोल प्लाजा पर डिजिटल सिस्टम लागू किया जा रहा है।
- FASTag के जरिए टोल भुगतान तेज और पारदर्शी हो गया है।
- यात्रियों को अब नकद लेन-देन या लंबी कतारों की परेशानी नहीं होगी।
4. विशेष अवसरों पर टोल फ्री सुविधा
- महाकुंभ मेला 2025 के दौरान उत्तर प्रदेश के 7 टोल प्लाजा पर 45 दिनों के लिए टोल टैक्स माफ किया गया था।
- ऐसे आयोजनों में राज्य सरकारें अस्थायी तौर पर टोल टैक्स फ्री कर सकती हैं।
टोल टैक्स कैसे लिया जाता है?
- टोल टैक्स सड़क के रखरखाव, मरम्मत और नई सड़कों के निर्माण के लिए लिया जाता है।
- NHAI हर साल टोल दरों की समीक्षा कर नई दरें लागू करता है।
- टोल कलेक्शन में पारदर्शिता के लिए अब डिजिटल सिस्टम और FASTag अनिवार्य है।
Toll Tax : नए प्रस्तावों के फायदे
- समय की बचत: लंबी कतारों में खड़े रहने की जरूरत नहीं।
- आर्थिक राहत: सालाना/लाइफटाइम पास से बार-बार टोल टैक्स देने की जरूरत नहीं।
- डिजिटल ट्रैकिंग: सफर का पूरा रिकॉर्ड डिजिटल रूप से सुरक्षित।
- पारदर्शिता: टोल वसूली में गड़बड़ी की संभावना कम।
- यात्रियों की सुविधा: सफर आसान और सुगम।
Toll Tax : नई दरें और उदाहरण
मार्ग/टोल प्लाजा | पुराना रेट (₹) | नया रेट (₹) | वृद्धि (₹) |
लखनऊ-कानपुर (कार) | 70 | 75 | 5 |
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (कार) | 165 | 170 | 5 |
NH-9 चिज्जारसी (कार) | 170 | 175 | 5 |
भारी वाहन (लखनऊ हाईवे) | 250 | 270 | 20 |
बस/ट्रक (दिल्ली-जयपुर) | 580 | 590 | 10 |
टोल टैक्स से जुड़ी जरूरी बातें
- टोल टैक्स सड़क के रखरखाव और नई परियोजनाओं के लिए जरूरी है।
- हर साल टोल दरों की समीक्षा होती है।
- डिजिटल भुगतान और FASTag से सफर आसान हुआ है।
- सरकार यात्रियों की सुविधा के लिए लगातार नई नीतियां ला रही है।
Toll Tax : भविष्य की योजनाएं
- टोल टैक्स वसूली को पूरी तरह डिजिटल और कैशलेस बनाना।
- टोल प्लाजा पर प्रतीक्षा समय को न्यूनतम करना।
- GPS आधारित टोल वसूली की दिशा में भी काम चल रहा है।
- यात्रियों को और अधिक छूट और सुविधाएं देने की योजना।
निष्कर्ष
NHAI और सरकार का उद्देश्य टोल टैक्स वसूली को पारदर्शी, डिजिटल और यात्रियों के लिए सुविधाजनक बनाना है। 2025 में टोल दरों में बढ़ोतरी जरूर हुई है, लेकिन सेकेंड लिमिट, सालाना पास और डिजिटल ट्रैकिंग जैसी नई सुविधाएं यात्रियों को राहत देने के लिए लाई जा रही हैं।
आने वाले समय में टोल प्लाजा पर लंबी कतारें और बार-बार भुगतान की झंझट खत्म हो सकती है। यात्रियों को सलाह है कि वे नए नियमों और दरों की जानकारी रखें और अपने FASTag में पर्याप्त बैलेंस रखें।
Disclaimer: यह लेख Toll Tax : अब टोल प्लाजा पर इतने सेकेंड के बाद नहीं देना पड़ेगा टोल टैक्स, NHAI ने जारी किया नोटिफिकेशन विषय पर उपलब्ध ताजा मीडिया रिपोर्ट्स, सरकारी अधिसूचनाओं और प्रस्तावित नीतियों पर आधारित है।
अभी तक टोल प्लाजा पर सेकेंड लिमिट के बाद टोल टैक्स माफ करने का नियम पूरी तरह लागू नहीं हुआ है, लेकिन इस पर गंभीरता से विचार चल रहा है। सालाना टोल पास और अन्य सुविधाओं पर भी अंतिम निर्णय आना बाकी है।
कृपया किसी भी यात्रा से पहले NHAI की ऑफिशियल वेबसाइट या नए नोटिफिकेशन जरूर देखें। ऊपर दी गई जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है, इसे अंतिम नियम न मानें।