Board Exam 2025 News: हाल ही में सोशल मीडिया पर एक खबर वायरल हो रही है जिसमें दावा किया जा रहा है कि सीबीएसई बोर्ड ने 10वीं और 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए दो नए नियम लागू किए हैं। इस खबर के अनुसार, बोर्ड ने सिलेबस में 15% की कटौती की है और कुछ विषयों में ओपन बुक परीक्षा की शुरुआत की है। यह खबर छात्रों और अभिभावकों के बीच काफी चर्चा का विषय बन गई है। हालांकि, इस तरह की खबरों को लेकर सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि अक्सर सोशल मीडिया पर अफवाहें भी फैलाई जाती हैं।
इस लेख में हम इन कथित नए नियमों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे और यह भी बताएंगे कि क्या ये नियम वास्तव में लागू किए गए हैं या नहीं। साथ ही हम सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2025 से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भी साझा करेंगे जो छात्रों और अभिभावकों के लिए उपयोगी हो सकती है। आइए जानते हैं इस खबर की सच्चाई और बोर्ड परीक्षा से जुड़े नवीनतम अपडेट्स।
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2025: क्या हैं नए नियम?
सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबर के अनुसार, सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं कक्षा के लिए दो नए नियम लागू किए हैं:
- सिलेबस में 15% की कटौती
- कुछ विषयों में ओपन बुक परीक्षा की शुरुआत
आइए इन दोनों नियमों के बारे में विस्तार से जानते हैं:
सिलेबस में 15% की कटौती
दावा किया जा रहा है कि सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं कक्षा के सभी विषयों के सिलेबस में 15% तक की कटौती की है। इसका उद्देश्य छात्रों पर पढ़ाई का बोझ कम करना और गहन अध्ययन को बढ़ावा देना बताया जा रहा है।
कुछ विषयों में ओपन बुक परीक्षा
दूसरा नियम कुछ चुनिंदा विषयों में ओपन बुक परीक्षा की शुरुआत से संबंधित है। इसके तहत छात्र परीक्षा के दौरान अपनी किताबें देख सकेंगे। यह कदम रटने की बजाय समझ और विश्लेषण क्षमता को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया बताया जा रहा है।
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा 2025: महत्वपूर्ण जानकारी
विवरण | जानकारी |
परीक्षा तिथि | 15 फरवरी 2025 से |
प्रैक्टिकल परीक्षा तिथि | 1 जनवरी 2025 से |
उपस्थिति नियम | न्यूनतम 75% अनिवार्य |
आंतरिक मूल्यांकन | कुल अंकों का 40% |
लिखित परीक्षा | कुल अंकों का 60% |
कौशल आधारित प्रश्न | लगभग 50% प्रश्नपत्र में |
डिजिटल मूल्यांकन | कुछ विषयों में लागू |
उपस्थिति नियम: 75% अनिवार्य
सीबीएसई ने स्पष्ट किया है कि बोर्ड परीक्षा में बैठने के लिए छात्रों की न्यूनतम 75% उपस्थिति अनिवार्य है। इस नियम का कड़ाई से पालन किया जाएगा। स्कूलों को निर्देश दिया गया है कि वे छात्रों और अभिभावकों को इस नियम के बारे में अवगत कराएं।
- चिकित्सा आपात स्थिति या अन्य गंभीर कारणों से 25% तक की छूट दी जा सकती है
- स्कूलों को छात्रों की उपस्थिति का सही रिकॉर्ड रखना होगा
- 1 जनवरी 2025 तक की उपस्थिति के आधार पर गणना की जाएगी
आंतरिक मूल्यांकन और लिखित परीक्षा का अनुपात
सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षा 2025 के लिए आंतरिक मूल्यांकन और लिखित परीक्षा के अंकों का नया अनुपात तय किया है:
- आंतरिक मूल्यांकन: कुल अंकों का 40%
- लिखित परीक्षा: कुल अंकों का 60%
इस बदलाव का उद्देश्य निरंतर मूल्यांकन को बढ़ावा देना और छात्रों को पूरे साल पढ़ाई पर ध्यान देने के लिए प्रोत्साहित करना है।
कौशल आधारित प्रश्नों पर जोर
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप, सीबीएसई ने प्रश्नपत्र के प्रारूप में बदलाव किया है:
- लगभग 50% प्रश्न कौशल और अनुप्रयोग आधारित होंगे
- रटने की बजाय समझ और विश्लेषण क्षमता का परीक्षण किया जाएगा
- बहुविकल्पीय, केस स्टडी और एकीकृत प्रश्न शामिल होंगे
डिजिटल मूल्यांकन की शुरुआत
पारदर्शिता और सटीकता बढ़ाने के लिए सीबीएसई कुछ विषयों में डिजिटल मूल्यांकन शुरू कर रहा है:
- चुनिंदा विषयों की उत्तर पुस्तिकाओं का डिजिटल मूल्यांकन होगा
- त्रुटियों की संभावना कम होगी
- परिणाम जल्दी घोषित किए जा सकेंगे
प्रैक्टिकल परीक्षा और आंतरिक मूल्यांकन
सीबीएसई ने प्रैक्टिकल परीक्षा और आंतरिक मूल्यांकन के लिए भी दिशानिर्देश जारी किए हैं:
- प्रैक्टिकल परीक्षा 1 जनवरी 2025 से शुरू होंगी
- शीतकालीन क्षेत्रों के स्कूलों में प्रैक्टिकल 5 दिसंबर 2024 तक पूरे होंगे
- आंतरिक मूल्यांकन में प्रोजेक्ट, असाइनमेंट और आवधिक परीक्षाएं शामिल होंगी
टॉपर्स की घोषणा नहीं होगी
सीबीएसई ने स्पष्ट किया है कि 2025 की बोर्ड परीक्षा में:
- किसी भी प्रकार के टॉपर्स की घोषणा नहीं की जाएगी
- कोई डिविजन या डिस्टिंक्शन नहीं दिया जाएगा
- अंकों का प्रतिशत नहीं बताया जाएगा
इस कदम का उद्देश्य अनावश्यक प्रतिस्पर्धा और तनाव को कम करना है।
परीक्षा केंद्र पर पहुंचने का समय
छात्रों को परीक्षा केंद्र पर समय से पहुंचने की सलाह दी गई है:
- परीक्षा शुरू होने से कम से कम 30 मिनट पहले पहुंचें
- प्रश्नपत्र सुबह 10:15 बजे दिए जाएंगे
- 15 मिनट का पठन समय मिलेगा
- परीक्षा 10:30 बजे शुरू होगी
छात्रों के लिए महत्वपूर्ण सुझाव
बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए कुछ उपयोगी सुझाव:
- नियमित अध्ययन करें और समय सारिणी बनाएं
- पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें
- मॉक टेस्ट दें और अपनी कमजोरियों पर काम करें
- स्वस्थ रहें और तनाव से दूर रहें
- शिक्षकों और माता-पिता से मार्गदर्शन लें
अभिभावकों के लिए सुझाव
अभिभावक अपने बच्चों की मदद इस प्रकार कर सकते हैं:
- सकारात्मक माहौल बनाएं
- बच्चों पर अनावश्यक दबाव न डालें
- पौष्टिक आहार और पर्याप्त नींद सुनिश्चित करें
- बच्चों की प्रगति पर नजर रखें
- जरूरत पड़ने पर विशेषज्ञ की सलाह लें
Disclaimer:
यह लेख सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक खबर पर आधारित है। हालांकि, सीबीएसई ने इन दावों का खंडन किया है। बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि न तो सिलेबस में 15% की कटौती की गई है और न ही किसी विषय में ओपन बुक परीक्षा शुरू की गई है। सीबीएसई ने कहा है कि परीक्षा प्रणाली में कोई बदलाव नहीं किया गया है और किसी भी तरह के बदलाव की सूचना केवल आधिकारिक वेबसाइट या सर्कुलर के माध्यम से दी जाएगी। इसलिए छात्रों और अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वे केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें और अफवाहों से बचें। परीक्षा की तैयारी के लिए नियमित अध्ययन जारी रखें और किसी भी स्पष्टीकरण के लिए अपने शिक्षकों या स्कूल प्रशासन से संपर्क करें।