CBSE बोर्ड परीक्षा में अहम बदलाव: 2 बार होंगे एग्जाम, नंबर जोड़ने का तरीका समझें पूरी जानकारी के साथ

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

CBSE बोर्ड परीक्षाएं भारत में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होती हैं, जो छात्रों के भविष्य को आकार देती हैं। हाल के वर्षों में, CBSE ने अपनी परीक्षा प्रणाली में कई बदलाव किए हैं, जिनमें से एक प्रमुख बदलाव यह है कि जल्द ही साल में दो बार परीक्षाएं आयोजित की जा सकती हैं। यह बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप है, जो छात्रों को अधिक बार मूल्यांकन के अवसर प्रदान करने पर जोर देती है।

CBSE की इस नई योजना के तहत, छात्रों को दो टर्म में परीक्षाएं देनी होंगी, जिससे उन्हें अपनी प्रगति का नियमित मूल्यांकन मिल सके। यह बदलाव छात्रों को अधिक संरचित और तनावमुक्त तरीके से पढ़ाई करने में मदद करेगा। हालांकि, यह बदलाव अभी तक पूरी तरह से लागू नहीं हुआ है और इसकी शुरुआत 2025-26 के शैक्षणिक सत्र से होने की उम्मीद है।

CBSE बोर्ड परीक्षाओं में होने वाले अन्य महत्वपूर्ण बदलावों में प्रतिभा आधारित प्रश्नों पर जोर दिया जा रहा है, जो छात्रों को वास्तविक जीवन की स्थितियों में अपने ज्ञान का उपयोग करने के लिए प्रेरित करते हैं। इसके अलावा, आंतरिक मूल्यांकन का महत्व भी बढ़ाया गया है, जो अब कुल अंकों का 40% हिस्सा होगा।

CBSE बोर्ड परीक्षा में बदलाव: एक विस्तृत विवरण

CBSE बोर्ड परीक्षाओं में होने वाले बदलावों को समझने के लिए, आइए पहले इन परीक्षाओं के महत्व और उनके वर्तमान ढांचे पर एक नज़र डालें। CBSE बोर्ड परीक्षाएं भारत में सबसे प्रतिष्ठित बोर्ड परीक्षाओं में से एक हैं, जो कक्षा 10 और 12 के छात्रों के लिए आयोजित की जाती हैं।

CBSE बोर्ड परीक्षा की मुख्य विशेषताएं

  • परीक्षा पैटर्न: CBSE ने हाल के वर्षों में अपने परीक्षा पैटर्न में कई बदलाव किए हैं। इनमें प्रतिभा आधारित प्रश्नों का समावेश और लंबे और छोटे उत्तर वाले प्रश्नों की संख्या में कमी शामिल है।
  • आंतरिक मूल्यांकन: अब आंतरिक मूल्यांकन का महत्व बढ़ाया गया है, जो कुल अंकों का 40% हिस्सा होगा।
  • परीक्षा की तारीखें: CBSE बोर्ड परीक्षाएं 15 फरवरी 2025 से शुरू होंगी और कक्षा 10 की परीक्षाएं 18 मार्च 2025 तक चलेंगी, जबकि कक्षा 12 की परीक्षाएं 1 अप्रैल 2025 तक जारी रहेंगी।
  • प्रैक्टिकल और परियोजना कार्य: प्रैक्टिकल परीक्षाएं और परियोजना कार्य 1 जनवरी 2025 से शुरू हो गए हैं।

CBSE बोर्ड परीक्षा में दो बार परीक्षा आयोजित करने की योजना

CBSE की योजना जल्द ही साल में दो बार परीक्षाएं आयोजित करने की है, जो 2025-26 के शैक्षणिक सत्र से शुरू हो सकती है। यह बदलाव छात्रों को अधिक बार मूल्यांकन के अवसर प्रदान करेगा और उन्हें अपनी प्रगति का नियमित मूल्यांकन करने में मदद करेगा।

दो बार परीक्षा आयोजित करने के फायदे

  • नियमित मूल्यांकन: छात्रों को अपनी प्रगति का नियमित मूल्यांकन मिलेगा, जिससे उन्हें अपनी कमजोरियों को समय पर सुधारने का मौका मिलेगा।
  • तनाव कम होगा: एक ही बार में पूरी परीक्षा देने के बजाय, छात्रों को दो टर्म में परीक्षाएं देनी होंगी, जिससे उनका तनाव कम होगा।
  • बेहतर तैयारी: छात्रों को अपनी पढ़ाई को अधिक संरचित तरीके से करने का मौका मिलेगा, जिससे वे बेहतर तैयारी कर सकेंगे।

CBSE बोर्ड परीक्षा में बदलावों का विवरण

CBSE बोर्ड परीक्षाओं में होने वाले बदलावों को नीचे दी गई तालिका में देखा जा सकता है:

बदलावविवरण
प्रतिभा आधारित प्रश्नप्रश्नपत्र में अधिक प्रतिभा आधारित प्रश्न शामिल किए जाएंगे, जो छात्रों को वास्तविक जीवन की स्थितियों में अपने ज्ञान का उपयोग करने के लिए प्रेरित करेंगे।
आंतरिक मूल्यांकनआंतरिक मूल्यांकन का महत्व बढ़ाया गया है, जो अब कुल अंकों का 40% हिस्सा होगा।
लंबे और छोटे उत्तर वाले प्रश्नलंबे और छोटे उत्तर वाले प्रश्नों की संख्या में कमी की जा रही है, जिससे छात्रों को अपने ज्ञान को बेहतर तरीके से प्रदर्शित करने का मौका मिलेगा।
प्रैक्टिकल और परियोजना कार्यप्रैक्टिकल परीक्षाएं और परियोजना कार्य 1 जनवरी 2025 से शुरू हो गए हैं।
दो बार परीक्षा आयोजित करने की योजनाजल्द ही साल में दो बार परीक्षाएं आयोजित करने की योजना है, जो 2025-26 के शैक्षणिक सत्र से शुरू हो सकती है।
75% उपस्थिति आवश्यकताछात्रों को परीक्षा में बैठने के लिए 75% उपस्थिति अनिवार्य होगी।
ओलंपियाड और खेल प्रतिभागियों के लिए विशेष व्यवस्थाओलंपियाड और खेल प्रतिभागियों के लिए विशेष व्यवस्था की जाएगी, जिससे उन्हें अपने खेल और पढ़ाई दोनों में भाग लेने का मौका मिलेगा।

CBSE बोर्ड परीक्षा में बदलावों के लाभ

CBSE बोर्ड परीक्षाओं में होने वाले बदलावों के कई लाभ हैं:

  • बेहतर मूल्यांकन: छात्रों का मूल्यांकन अधिक व्यापक और नियमित तरीके से किया जाएगा।
  • तनाव कम होना: एक ही बार में पूरी परीक्षा देने के बजाय, छात्रों को दो टर्म में परीक्षाएं देनी होंगी, जिससे उनका तनाव कम होगा।
  • वास्तविक जीवन की स्थितियों में ज्ञान का उपयोग: प्रतिभा आधारित प्रश्न छात्रों को वास्तविक जीवन की स्थितियों में अपने ज्ञान का उपयोग करने के लिए प्रेरित करेंगे।
  • आंतरिक मूल्यांकन का महत्व: आंतरिक मूल्यांकन का महत्व बढ़ाया गया है, जिससे छात्रों को नियमित मूल्यांकन मिलेगा।

CBSE बोर्ड परीक्षा में बदलावों के लिए तैयारी कैसे करें

CBSE बोर्ड परीक्षाओं में होने वाले बदलावों के लिए तैयारी करने के लिए, छात्रों को निम्नलिखित बातों पर ध्यान देना चाहिए:

  • प्रतिभा आधारित प्रश्नों की तैयारी: छात्रों को प्रतिभा आधारित प्रश्नों के लिए विशेष रूप से तैयारी करनी चाहिए, जो वास्तविक जीवन की स्थितियों में ज्ञान का उपयोग करने पर जोर देते हैं।
  • आंतरिक मूल्यांकन पर ध्यान दें: आंतरिक मूल्यांकन का महत्व बढ़ाया गया है, इसलिए छात्रों को अपने प्रोजेक्ट, असाइनमेंट और टेस्ट पर विशेष ध्यान देना चाहिए।
  • नियमित अध्ययन: छात्रों को नियमित रूप से अध्ययन करना चाहिए और अपने पाठ्यक्रम को समय पर पूरा करना चाहिए।
  • प्रैक्टिकल और परियोजना कार्य पर ध्यान दें: प्रैक्टिकल परीक्षाएं और परियोजना कार्य के लिए विशेष तैयारी करनी चाहिए।

निष्कर्ष

CBSE बोर्ड परीक्षाओं में होने वाले बदलाव छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर हो सकते हैं। इन बदलावों से छात्रों को नियमित मूल्यांकन मिलेगा, तनाव कम होगा, और वे वास्तविक जीवन की स्थितियों में अपने ज्ञान का उपयोग करने में सक्षम होंगे। हालांकि, यह बदलाव अभी तक पूरी तरह से लागू नहीं हुआ है और इसकी शुरुआत 2025-26 के शैक्षणिक सत्र से होने की उम्मीद है।

Disclaimer: यह लेख CBSE बोर्ड परीक्षाओं में होने वाले संभावित बदलावों पर आधारित है। हालांकि, यह बदलाव अभी तक पूरी तरह से लागू नहीं हुआ है और इसकी शुरुआत 2025-26 के शैक्षणिक सत्र से होने की उम्मीद है। CBSE की आधिकारिक घोषणा के बाद ही यह बदलाव वास्तविक रूप से लागू होंगे।

Author

Leave a Comment