भारत में सोना हमेशा से ही निवेश, परंपरा और सुरक्षा का प्रतीक रहा है। हर परिवार में सोना खरीदना न सिर्फ एक परंपरा है, बल्कि यह आर्थिक मजबूती और भविष्य की सुरक्षा के लिए भी जरूरी माना जाता है।
पिछले कुछ वर्षों में सोने की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। 2025 में तो सोना अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है, जिससे निवेशकों और आम लोगों दोनों की दिलचस्पी इसमें और बढ़ गई है।
हाल ही में यह चर्चा जोरों पर है कि सोना कब 1.5 लाख रुपये प्रति तोला (10 ग्राम) तक पहुंच जाएगा। कई लोग इस सवाल का जवाब जानना चाहते हैं कि आखिर सोने के दाम में इतनी तेजी क्यों आ रही है, और क्या वाकई अगले एक-दो साल में सोना 1.5 लाख रुपये प्रति तोला के पार चला जाएगा?
इस लेख में हम आपको बताएंगे कि सोने की कीमतें क्यों बढ़ रही हैं, मौजूदा रेट क्या है, विशेषज्ञों की क्या राय है, और कब तक 1.5 लाख रुपये प्रति तोला होने की संभावना है।
Gold Rate Upadte
विशेषता | विवरण |
मौजूदा रेट (24 कैरेट, 10 ग्राम) | ₹1,02,974 (27 अप्रैल 2025) |
22 कैरेट रेट (10 ग्राम) | ₹94,867 |
18 कैरेट रेट (10 ग्राम) | ₹77,619 |
अनुमानित रेट (2025 अंत तक) | ₹1,35,000 प्रति 10 ग्राम |
अनुमानित रेट (2026 में) | ₹1,53,000 – ₹1,50,000+ प्रति 10 ग्राम |
पिछले 1 साल में वृद्धि | 25% से अधिक |
मुख्य कारण | वैश्विक अनिश्चितता, डॉलर में कमजोरी, मांग में तेजी |
निवेशकों को रिटर्न | 29% से 35% तक (2024-25) |
विशेषज्ञों का अनुमान | 2026 तक 1.5 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम |
Gold Rate : मौजूदा कीमतें और हाल का ट्रेंड
- 27 अप्रैल 2025 को भारत में 24 कैरेट सोने की कीमत ₹1,02,974 प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई है।
- 22 कैरेट सोने की कीमत ₹94,867 प्रति 10 ग्राम है।
- 18 कैरेट सोना ₹77,619 प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है।
- पिछले एक साल में सोने की कीमतों में 25% से ज्यादा की बढ़ोतरी देखी गई है।
- जनवरी 2025 में सोना करीब ₹78,000 प्रति 10 ग्राम था, जो अब ₹1 लाख के पार है।
पिछले 10 दिनों में सोने की कीमत (24 कैरेट, 10 ग्राम)
तारीख | कीमत (₹) |
27 अप्रैल 2025 | 1,02,974 |
26 अप्रैल 2025 | 1,02,974 |
25 अप्रैल 2025 | 1,04,028 |
24 अप्रैल 2025 | 1,02,947 |
23 अप्रैल 2025 | 1,03,634 |
22 अप्रैल 2025 | 1,06,767 |
21 अप्रैल 2025 | 1,03,925 |
20 अप्रैल 2025 | 1,03,370 |
19 अप्रैल 2025 | 1,03,370 |
18 अप्रैल 2025 | 1,03,370 |
Gold Rate : 1.5 लाख रुपये तोला कब तक?
विशेषज्ञों और रिपोर्ट्स के अनुसार, 2026 तक सोने की कीमत 1.5 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम (यानी 1 तोला) के आसपास पहुंच सकती है। 2025 के अंत तक सोने का भाव 1,35,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकता है, जबकि 2026 में यह 1,53,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार निकलने की संभावना है।
प्रमुख अनुमान
- ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म गोल्डमैन सैक्स का अनुमान है कि 2025 के अंत तक सोना 3,700 डॉलर प्रति औंस तक जा सकता है।
- जेपी मॉर्गन का मानना है कि 2026 तक सोना 4,000 डॉलर प्रति औंस और उसके बाद 5,000 डॉलर प्रति औंस भी पार कर सकता है।
- अगर डॉलर में कमजोरी और वैश्विक अनिश्चितता बनी रही, तो सोना 2026 में 1.5 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के आंकड़े को छू सकता है।
Gold Rate : कीमतें क्यों बढ़ रही हैं?
- वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता: अमेरिका-चीन तनाव, रूस-यूक्रेन युद्ध, मध्य-पूर्व में अस्थिरता।
- डॉलर में कमजोरी: डॉलर कमजोर होने पर अन्य करेंसी में सोना सस्ता हो जाता है, जिससे मांग बढ़ती है।
- मांग में तेजी: भारत और चीन जैसे देशों में सोने की पारंपरिक मांग।
- निवेशकों का रुझान: शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के समय निवेशक सुरक्षित निवेश के लिए सोना चुनते हैं।
- केंद्रीय बैंकों की खरीदारी: कई देशों के केंद्रीय बैंक अपने भंडार में सोना लगातार जोड़ रहे हैं।
- महंगाई से सुरक्षा: सोना महंगाई के समय निवेशकों को सुरक्षा देता है।
- फेस्टिवल और वेडिंग सीजन: भारत में त्योहारों और शादियों के समय सोने की मांग कई गुना बढ़ जाती है।
Gold Rate : निवेशकों के लिए क्या है फायदा?
- बेहतर रिटर्न: 2024-25 में सोने ने 25-35% तक का रिटर्न दिया है।
- सुरक्षित निवेश: सोना हर परिस्थिति में सुरक्षित माना जाता है।
- लिक्विडिटी: जरूरत पड़ने पर सोना तुरंत कैश में बदला जा सकता है।
- पोर्टफोलियो डाइवर्सिफिकेशन: सोना निवेश पोर्टफोलियो को संतुलित करता है।
- महंगाई से बचाव: महंगाई बढ़ने पर सोने की कीमतें भी बढ़ती हैं, जिससे निवेशक सुरक्षित रहते हैं।
Gold Rate : भविष्य की संभावनाएं और जोखिम
संभावनाएं
- विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले 1-2 साल में सोने की कीमतें और बढ़ सकती हैं।
- अगर वैश्विक तनाव, डॉलर में कमजोरी और केंद्रीय बैंकों की खरीदारी जारी रही, तो 2026 तक 1.5 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम का आंकड़ा छूना संभव है।
जोखिम
- अगर वैश्विक अर्थव्यवस्था में स्थिरता आती है या डॉलर मजबूत होता है, तो सोने की कीमतें गिर भी सकती हैं।
- अचानक मांग में गिरावट या सरकारी नीतियों में बदलाव से रेट प्रभावित हो सकते हैं।
सोना खरीदते समय ध्यान रखने योग्य बातें
- हमेशा BIS हॉलमार्क वाला सोना ही खरीदें।
- रेट्स की तुलना अलग-अलग ज्वेलर्स से करें।
- मेकिंग चार्ज और GST की जानकारी लें।
- खरीद का बिल जरूर लें।
- निवेश के लिए गोल्ड ETF या सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड भी विकल्प हैं।
Gold Rate : भारत में कीमत कैसे तय होती है?
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत।
- भारतीय रुपये और अमेरिकी डॉलर का एक्सचेंज रेट।
- स्थानीय मांग और सप्लाई।
- सरकार की आयात नीति और टैक्स।
- त्योहारों और शादी के सीजन में डिमांड।
निवेश के लिए टिप्स
- सोना खरीदने से पहले मार्केट ट्रेंड जरूर देखें।
- छोटी-छोटी मात्रा में समय-समय पर निवेश करें।
- गोल्ड लोन, गोल्ड बॉन्ड जैसे विकल्पों पर भी विचार करें।
- त्योहारों या ऑफर के समय खरीदना फायदेमंद हो सकता है।
- गहनों की बजाय गोल्ड बार या सिक्कों में निवेश करें, ताकि मेकिंग चार्ज बचे।
निष्कर्ष
2025 में सोने की कीमतों ने निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया है। मौजूदा ट्रेंड और विशेषज्ञों की राय के मुताबिक, 2026 तक सोना 1.5 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के आंकड़े को छू सकता है।
हालांकि, इसमें जोखिम भी हैं, इसलिए निवेश से पहले बाजार की स्थिति और अपनी जरूरत को ध्यान में रखें। सोना हमेशा से सुरक्षित निवेश रहा है, लेकिन सही समय और सही तरीके से निवेश करना जरूरी है।
Disclaimer: यह लेख Gold Rate : कब तक 1.5 लाख रुपये तोला हो जाएगा सोना पर विशेषज्ञों की रिपोर्ट और ताजा बाजार आंकड़ों पर आधारित है।
मौजूदा ट्रेंड और अनुमान के अनुसार, 2026 तक सोना 1.5 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के पार जा सकता है, लेकिन यह पूरी तरह बाजार की परिस्थितियों, वैश्विक आर्थिक स्थिति और निवेशकों की मांग पर निर्भर करेगा।
कोई भी निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह जरूर लें। ऊपर दी गई जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है, इसे निवेश सलाह न मानें।