Post Office Monthly Income Scheme 2025: सिर्फ 1 लाख रुपये में हर महीने 5,550 रुपये की guaranteed Income

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (Post Office Monthly Income Scheme – POMIS) एक ऐसी सरकारी योजना है जो निवेशकों को हर महीने निश्चित आय प्रदान करती है। यह योजना खासतौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो बिना किसी जोखिम के नियमित मासिक आय चाहते हैं। इसमें एक बार निवेश करने के बाद निवेशक को हर महीने ब्याज के रूप में पैसा मिलता रहता है।

पोस्ट ऑफिस की यह स्कीम सुरक्षित होने के साथ-साथ अच्छी ब्याज दर भी देती है, जो वर्तमान में लगभग 7.4% प्रति वर्ष है। इस योजना का अधिकतम निवेश सीमा सिंगल अकाउंट के लिए 9 लाख रुपये और ज्वाइंट अकाउंट के लिए 15 लाख रुपये है। निवेश की अवधि 5 साल की होती है, जिसके बाद निवेशक को मूलधन भी वापस मिल जाता है।

यह योजना खासतौर पर रिटायरमेंट के बाद या उन लोगों के लिए उपयुक्त है जो स्थिर और सुनिश्चित मासिक आमदनी चाहते हैं। पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम के तहत निवेश करने के लिए न्यूनतम राशि 1000 रुपये है, और ब्याज हर महीने निवेशक के खाते में जमा होता है। इस योजना में निवेश करने वाले व्यक्ति का पैसा पूरी तरह से सुरक्षित रहता है क्योंकि यह भारत सरकार द्वारा समर्थित योजना है। साथ ही, इस योजना में निवेशकों को टैक्स लाभ तो नहीं मिलता, लेकिन ब्याज पर कोई टैक्स कटौती (TDS) भी नहीं होती।

Post Office Monthly Income Scheme 2025

पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS) एक सरकारी बचत योजना है जो निवेशकों को मासिक आय प्रदान करती है। इस योजना में निवेशक एकमुश्त राशि जमा करता है और उसके बदले हर महीने ब्याज के रूप में निश्चित आय प्राप्त करता है।

यह योजना भारत सरकार द्वारा समर्थित है और इसे डाकघर के माध्यम से संचालित किया जाता है। POMIS की अवधि 5 साल होती है, और इस दौरान निवेशक को हर महीने ब्याज मिलता रहता है। योजना में निवेश राशि का रिटर्न निश्चित होता है, इसलिए यह जोखिम रहित निवेश विकल्प माना जाता है।

सारांश तालिका

विशेषता (Feature)विवरण (Details)
योजना का नामपोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS)
निवेश की न्यूनतम राशि₹1,000
निवेश की अधिकतम राशिसिंगल अकाउंट: ₹9,00,000
ज्वाइंट अकाउंट: ₹15,00,000
ब्याज दर7.4% प्रति वर्ष (2025 के लिए)
ब्याज भुगतानमासिक (हर महीने)
निवेश अवधि5 साल
खाता धारक की संख्या1 से 3 लोग (सिंगल या ज्वाइंट अकाउंट)
खाता स्थानांतरणदेश के किसी भी डाकघर में स्थानांतरित किया जा सकता है
टैक्स कटौती (TDS)ब्याज पर कोई TDS नहीं
बोनस सुविधा1 दिसंबर 2011 के बाद खोले गए खातों पर बोनस नहीं

मुख्य पहलू

  • निवेश सीमा: सिंगल अकाउंट में अधिकतम ₹9 लाख और ज्वाइंट अकाउंट में ₹15 लाख तक निवेश किया जा सकता है।
  • ब्याज दर: वर्तमान में 7.4% प्रति वर्ष की दर से ब्याज मिलता है, जो हर महीने निवेशक के खाते में जमा होता है।
  • मासिक आय की गणना: मासिक आय का फार्मूला है -मासिक आय=निवेश राशि×वार्षिक ब्याज दर12मासिक आय=12निवेश राशि×वार्षिक ब्याज दर
  • लॉक-इन अवधि: 5 साल की लॉक-इन अवधि होती है, लेकिन 1 साल के बाद निकासी संभव है, जिसमें कुछ पेनल्टी लगती है।
  • पेनल्टी नियम:
    • 1 से 3 साल के बीच निकासी पर 2% पेनल्टी
    • 3 से 5 साल के बीच निकासी पर 1% पेनल्टी
  • खाता स्थानांतरण: किसी भी पोस्ट ऑफिस में खाता ट्रांसफर किया जा सकता है।
  • नॉमिनी सुविधा: निवेशक के निधन के बाद नॉमिनी को राशि मिलती है।

फायदे और नुकसान

फायदे

  • सरकार की गारंटी: यह योजना भारत सरकार द्वारा समर्थित है, इसलिए निवेश पूरी तरह सुरक्षित रहता है।
  • नियमित मासिक आय: निवेशक को हर महीने निश्चित ब्याज मिलता है, जिससे मासिक आय सुनिश्चित होती है।
  • कम जोखिम: बाजार के उतार-चढ़ाव से प्रभावित नहीं होती।
  • विभिन्न निवेश विकल्प: सिंगल और ज्वाइंट अकाउंट दोनों विकल्प उपलब्ध हैं।
  • खाता स्थानांतरण की सुविधा: देश के किसी भी डाकघर में खाता ट्रांसफर किया जा सकता है।
  • टैक्स कटौती नहीं: ब्याज पर कोई TDS नहीं लगता।

नुकसान

  • कम ब्याज दर: अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में ब्याज दर कम हो सकती है।
  • लॉक-इन अवधि: 5 साल की लॉक-इन अवधि होती है, जिससे पहले निकासी पर पेनल्टी लगती है।
  • कोई टैक्स लाभ नहीं: इस योजना में निवेश पर कोई टैक्स छूट नहीं मिलती।
  • ब्याज दर में बदलाव: ब्याज दर समय-समय पर सरकार द्वारा संशोधित की जाती है, जिससे आय प्रभावित हो सकती है।

निवेश कैसे करें?

  • आयु सीमा: 18 वर्ष या उससे अधिक आयु के व्यक्ति निवेश कर सकते हैं।
  • खाता खोलने के लिए आवश्यक दस्तावेज:
    • पहचान प्रमाण (आधार कार्ड, पासपोर्ट, वोटर आईडी आदि)
    • पता प्रमाण (बिजली बिल, राशन कार्ड आदि)
    • पासपोर्ट साइज फोटो
  • न्यूनतम निवेश राशि: ₹1,000
  • अधिकतम निवेश राशि: ₹9,00,000 (सिंगल), ₹15,00,000 (ज्वाइंट)
  • खाता खोलने की प्रक्रिया: निकटतम डाकघर में जाकर फॉर्म भरें, दस्तावेज जमा करें और निवेश राशि जमा करें।
  • ब्याज भुगतान: निवेश के अगले महीने से मासिक ब्याज मिलने लगता है।

स्कीम से मासिक आय का उदाहरण

निवेश राशि (₹)ब्याज दर (%)मासिक आय (₹)
1,00,0007.4(1,00,000 × 7.4%) ÷ 12 = 616.67
5,00,0007.43,083
9,00,0007.45,550
15,00,000 (ज्वाइंट)7.49,250

उदाहरण के तौर पर, यदि आप ₹9 लाख का निवेश करते हैं, तो आपको हर महीने लगभग ₹5,550 की आय होगी। इसी तरह, ₹15 लाख के ज्वाइंट अकाउंट में निवेश पर मासिक आय ₹9,250 तक हो सकती है।

स्कीम की शर्तें और नियम

  • अकाउंट होल्डर: एक से तीन व्यक्ति संयुक्त रूप से खाता खोल सकते हैं।
  • नॉमिनी: खाता खोलते समय नॉमिनी का नाम देना आवश्यक है।
  • अकाउंट ट्रांसफर: देश के किसी भी पोस्ट ऑफिस में अकाउंट ट्रांसफर किया जा सकता है।
  • अकाउंट बंद करना: मैच्योरिटी से पहले अकाउंट बंद करने पर पेनल्टी लगती है।
  • ब्याज भुगतान: ब्याज हर महीने खाते में जमा होता है।

डिस्क्लेमर

पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम एक सरकारी योजना है जो निवेशकों को सुरक्षित और नियमित मासिक आय प्रदान करती है। हालांकि, ब्याज दर समय-समय पर सरकार द्वारा संशोधित की जाती है, इसलिए भविष्य में ब्याज दर में बदलाव संभव है। योजना में निवेश राशि पर कोई टैक्स लाभ नहीं मिलता, और मैच्योरिटी से पहले निकासी पर पेनल्टी लगती है।

निवेश करने से पहले अपनी वित्तीय स्थिति और आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए योजना की शर्तें समझ लेना आवश्यक है। इस योजना से मिलने वाली आय निश्चित है, लेकिन यह उच्च लाभ देने वाले निवेश विकल्पों से कम हो सकती है। पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS) उन लोगों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है जो सुरक्षित निवेश के साथ नियमित मासिक आय चाहते हैं। यह योजना खासतौर पर रिटायरमेंट के बाद की आय के लिए उपयुक्त है।

निवेश की न्यूनतम राशि ₹1,000 से शुरू होकर अधिकतम ₹9 लाख (सिंगल) या ₹15 लाख (ज्वाइंट) तक हो सकती है। वर्तमान ब्याज दर 7.4% प्रति वर्ष है, जो हर महीने ब्याज के रूप में भुगतान की जाती है। निवेशकों को 5 साल की लॉक-इन अवधि पूरी करनी होती है, लेकिन 1 साल बाद निकासी की सुविधा भी उपलब्ध है। कुल मिलाकर, यह योजना जोखिम मुक्त, सरकारी गारंटी वाली और नियमित आय देने वाली योजना है।

Author

Leave a Comment