आज के समय में बच्चों की शिक्षा और भविष्य के लिए पैसा जमा करना हर माता-पिता की प्राथमिकता है। लेकिन महंगाई और बढ़ते खर्चों के बीच लंबी अवधि की बचत योजना चुनना एक चुनौती बन गया है।
ऐसे में पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) एक सुरक्षित, टैक्स-फ्री और सरकारी गारंटी वाला विकल्प है, जो आपको बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाने में मदद कर सकता है। PPF न सिर्फ लंबी अवधि के निवेश को बढ़ावा देता है, बल्कि 7.1% सालाना ब्याज और कर छूट के फायदे भी देता है।
PPF को समझना बेहद आसान है। यह एक 15 साल की योजना है, जिसे 5-5 साल के ब्लॉक में बढ़ाया जा सकता है। इसमें हर साल ₹500 से ₹1.5 लाख तक जमा कर सकते हैं, और मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम पूरी तरह टैक्स-फ्री होती है।
इस लेख में हम आपको बताएंगे कि कैसे PPF आपके बच्चे की एजुकेशन फंडिंग का सही समाधान बन सकता है और इसे कैसे इस्तेमाल करें।
Public Provident Fund
पैरामीटर | विवरण |
योजना का प्रकार | सरकारी बचत योजना (Long-Term) |
न्यूनतम निवेश | ₹500 प्रति वर्ष |
अधिकतम निवेश | ₹1.5 लाख प्रति वर्ष |
लॉक-इन पीरियड | 15 साल (5 साल के ब्लॉक में एक्सटेंड कर सकते हैं) |
ब्याज दर (2025) | 7.1% सालाना (कंपाउंडेड) |
टैक्स बेनिफिट | धारा 80C के तहत ₹1.5 लाख तक छूट, ब्याज और मैच्योरिटी टैक्स-फ्री |
पार्टियल विद्ड्रॉल | 7वें साल से शुरू (कुछ शर्तों के साथ) |
लोन फैसिलिटी | 3 से 6 साल के बीच लोन ले सकते हैं |
खाता खोलने की जगह | बैंक, पोस्ट ऑफिस या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म |
बच्चों की पढ़ाई के लिए PPF क्यों चुनें?
1. सुरक्षित और गारंटीड रिटर्न
PPF भारत सरकार द्वारा गारंटीड है, जिसमें मार्केट रिस्क जीरो होता है। यह उन पैरेंट्स के लिए परफेक्ट है जो बच्चों के एजुकेशन फंड को लेकर रिस्क नहीं लेना चाहते।
2. टैक्स फ्री ग्रोथ
PPF में इन्वेस्टमेंट, ब्याज और मैच्योरिटी अमाउंट सभी टैक्स-फ्री होते हैं। इससे आपका नेट रिटर्न बढ़ जाता है, जो एजुकेशन जैसे बड़े खर्चों में काम आता है।
3. लॉन्ग-टर्म कंपाउंडिंग
कंपाउंड ब्याज की वजह से PPF में छोटी बचत भी 15 साल में बड़े फंड में बदल जाती है। उदाहरण के लिए, अगर आप हर साल ₹1.5 लाख जमा करते हैं, तो 15 साल बाद ₹40 लाख से ज्यादा का फंड बन सकता है।
4. फ्लेक्सिबल इन्वेस्टमेंट
PPF में हर साल ₹500 से ₹1.5 लाख तक किसी भी समय जमा कर सकते हैं। इसे लंपसम या इंस्टॉलमेंट में भी भर सकते हैं।
PPF से एजुकेशन फंडिंग कैसे करें?
स्टेप 1: PPF अकाउंट खोलें
- कहां खोलें: SBI, HDFC, ICICI जैसे बैंक, पोस्ट ऑफिस या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म।
- डॉक्यूमेंट्स: पैन कार्ड, आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो, एड्रेस प्रूफ।
- न्यूनतम जमा: ₹500 (पहली बार में)।
स्टेप 2: नियमित निवेश करें
- हर साल ₹1.5 लाख तक जमा करें (अधिकतम लिमिट)।
- अप्रैल के पहले हफ्ते में जमा करें ताकि पूरे साल का ब्याज मिले।
स्टेप 3: पार्टियल विद्ड्रॉल का इस्तेमाल करें
- 7वें साल से पैसे निकाल सकते हैं (हर साल निवेश का 50% तक)।
- उदाहरण: अगर आपने 7 साल में ₹10 लाख जमा किए हैं, तो ₹5 लाख तक निकाल सकते हैं।
स्टेप 4: लोन लेने का विकल्प
- 3 से 6 साल के बीच PPF अकाउंट के बैलेंस का 25% तक लोन ले सकते हैं।
- ब्याज दर: PPF ब्याज दर से 2% अधिक।
PPF अकाउंट खोलने के लिए जरूरी दस्तावेज
- पैन कार्ड: PPF खाता खोलने के लिए अनिवार्य।
- आधार कार्ड: पहचान और पते के प्रमाण के लिए।
- पासपोर्ट साइज फोटो: 2-4 फोटो।
- पता प्रमाण: बिजली बिल, रेंट एग्रीमेंट, या बैंक स्टेटमेंट।
- नॉमिनी फॉर्म: खाताधारक की मृत्यु होने पर पैसे ट्रांसफर के लिए।
- आवेदन फॉर्म: बैंक या पोस्ट ऑफिस से प्राप्त।
PPF के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन प्रक्रिया
ऑफलाइन तरीका
- बैंक/पोस्ट ऑफिस जाएं: PPF फॉर्म लें और भरें।
- दस्तावेज जमा करें: फोटो, पैन, आधार कॉपी।
- पहली जमा राशि दें: ₹500 या अधिक।
- अकाउंट एक्टिवेट होगा: 24 घंटे के अंदर।
ऑनलाइन तरीका
- इंटरनेट बैंकिंग लॉगिन करें: SBI, ICICI, HDFC आदि।
- PPF अकाउंट ऑप्शन चुनें: ‘New PPF Account’ पर क्लिक करें।
- डिटेल्स भरें: नॉमिनी, जमा राशि, पर्सनल डिटेल्स।
- e-Sign करें: OTP से वेरिफाई करें।
PPF से बच्चों की पढ़ाई के लिए फंडिंग का उदाहरण
मान लीजिए आप हर साल ₹1.5 लाख PPF में जमा करते हैं, तो 15 साल बाद कुल जमा ₹22.5 लाख होगा। 7.1% ब्याज के साथ कंपाउंडिंग से यह रकम ₹40-45 लाख तक पहुंच सकती है। यह फंड बच्चे की ग्रेजुएशन, पोस्टग्रेजुएशन या विदेश में पढ़ाई के काम आ सकता है।
निष्कर्ष
PPF न सिर्फ बच्चों की पढ़ाई के लिए फंड जुटाने का सुरक्षित तरीका है, बल्कि यह टैक्स बचत और लॉन्ग-टर्म वेल्थ क्रिएशन का भी बेहतरीन जरिया है।
हर साल ₹1.5 लाख जमा करके आप 15 साल में एक बड़ा फंड बना सकते हैं, जो बच्चे की हायर एजुकेशन में काम आएगा। PPF की सरलता, सुरक्षा और टैक्स फ्री ग्रोथ इसे अन्य योजनाओं से अलग बनाती है।
Disclaimer: PPF एक असली और सरकारी योजना है, जिसे भारत सरकार द्वारा मैनेज किया जाता है। हालाँकि, ब्याज दरें हर तिमाही बदल सकती हैं, इसलिए निवेश से पहले नवीनतम दरें जांचें।
PPF लॉन्ग-टर्म कमिटमेंट मांगता है, इसलिए छोटी अवधि के लिए इसे न चुनें। कोई भी निवेश करने से पहले फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह जरूर लें।