रेलवे में डिवीजनल रेलवे मैनेजर (DRM) बनने की प्रक्रिया, जिम्मेदारियां, और वेतन के बारे में जानना बहुत महत्वपूर्ण है। DRM भारतीय रेलवे का एक महत्वपूर्ण पद है, जो रेलवे संचालन के विभिन्न पहलुओं का प्रबंधन करता है। यह पद न केवल प्रशासनिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसमें कार्य करने वाले अधिकारियों के लिए भी यह एक सम्मान की बात होती है। इस लेख में हम DRM बनने की प्रक्रिया, उनकी जिम्मेदारियों, और वेतन के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे।
DRM क्या होता है?
डिवीजनल रेलवे मैनेजर (DRM) भारतीय रेलवे में एक उच्च पद होता है, जो एक डिवीजन का प्रशासनिक प्रमुख होता है। DRM का कार्यक्षेत्र रेलवे संचालन, ट्रैक रखरखाव, स्टेशन भवनों का प्रबंधन, और सुरक्षा सुनिश्चित करना शामिल है। यह पद रेलवे के विभिन्न विभागों जैसे इंजीनियरिंग, मेकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, और सिग्नलिंग से जुड़ा होता है।
DRM की जिम्मेदारियाँ
- ट्रेन संचालन: DRM को अपने डिवीजन में ट्रेनों के सुचारू संचालन की जिम्मेदारी होती है।
- रखरखाव: ट्रैक और स्टेशन भवनों का नियमित रखरखाव करना।
- सुरक्षा: यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना।
- रिपोर्टिंग: हर दिन जनरल मैनेजर (GM) को रिपोर्ट करना।
- प्रबंधन: विभिन्न विभागों के कार्यों का समन्वय करना।
DRM बनने की प्रक्रिया
योग्यता
DRM बनने के लिए उम्मीदवारों को निम्नलिखित योग्यताओं को पूरा करना होता है:
- शैक्षिक योग्यता: किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से ग्रेजुएट होना आवश्यक है।
- परीक्षा: भारतीय इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा (IES) या सिविल सेवा परीक्षा (UPSC) को पास करना होता है।
- ग्रुप A सेवाएँ: IES या UPSC परीक्षा पास करने के बाद उम्मीदवारों को भारतीय रेलवे की ग्रुप A सेवाओं में से किसी एक में चयनित किया जाता है।
प्रमोशन प्रक्रिया
- ट्रेनिंग: चयनित उम्मीदवारों को 2 साल की ट्रेनिंग दी जाती है।
- प्रोबेशनरी ऑफिसर: ट्रेनिंग के बाद उन्हें जूनियर स्केल ऑफिसर के रूप में नियुक्त किया जाता है।
- अनुभव: इस पद पर 2 साल काम करने के बाद उन्हें सीनियर स्केल ऑफिसर के रूप में प्रमोट किया जाता है।
- ADRM पद: इसके बाद 10 से 15 साल में ADRM (Additional Divisional Railway Manager) का पद मिलता है।
- DRM बनने की योग्यता: ADRM पद पर 4 से 5 साल काम करने के बाद DRM बनने के लिए योग्य होते हैं।
वेतन संरचना
DRM की सैलरी ग्रेड पे 10000 के तहत आती है। इसका मूल वेतन लगभग 68610 रुपये प्रति माह होता है। इसके अलावा, अन्य सुविधाएं जैसे आवास और वाहन भी प्रदान किए जाते हैं।
विशेषता | विवरण |
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पद का नाम | डिवीजनल रेलवे मैनेजर (DRM) |
शैक्षणिक योग्यता | ग्रेजुएट |
परीक्षा | IES / UPSC |
प्रशिक्षण अवधि | 2 वर्ष |
वेतन | लगभग 68610 रुपये प्रति माह |
अन्य सुविधाएं | आवास, वाहन |
प्रमोशन समय | 10-15 वर्ष |
निष्कर्ष
भारतीय रेलवे में DRM का पद न केवल एक उच्चतम प्रशासनिक भूमिका है बल्कि यह देश की परिवहन प्रणाली को सुचारू रूप से चलाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। DRM बनने की प्रक्रिया कठिन लेकिन संतोषजनक होती है, जिसमें योग्यताओं और अनुभव पर जोर दिया जाता है।
Disclaimer: यह जानकारी वास्तविकता पर आधारित है और DRM बनने की प्रक्रिया एवं वेतन को स्पष्ट करती है। यह जानकारी समय-समय पर बदल सकती है, इसलिए नवीनतम जानकारी प्राप्त करने के लिए संबंधित आधिकारिक स्रोतों की जाँच करें।